जानिए वेब होस्टिंग क्या है ? What is web hosting in hindi

आज के इस पोस्ट में हम आपको बताएंगे कि वेब होस्टिंग क्या है, what is web hosting in hindi और यह कैसे काम करती है। किसी भी इंसान का अपना खुद का एक वेबसाइट होना ही बहुत बड़ी बात होती है पर, उस वेबसाइट को मेंटेन करना और उस वेबसाइट को ठीक से चलाना यह हर किसी के बस की बात नहीं है क्योंकि किसी भी वेबसाइट का ठीक से चलना और उस वेबसाइट के मेंटेनेंस के लिए कई सारे नॉलेज की जरूरत पड़ती है।

हमें कोई भी वेबसाइट बनाने से पहले कई सारी चीजों का ध्यान रखना पड़ता है जैसे कि हमारी वेबसाइट का Domain name क्या होगा, हम हमारी वेबसाइट के लिए Hosting कहां से लें, इन्हीं सब छोटी छोटी चीजों से मिलकर ही हमारी वेबसाइट बनती है और हमारी वेबसाइट को एक नई पहचान मिलती है, इसलिए इन सब चीजों का ध्यान रखना बहुत ही जरूरी होता है।

पर आज के इस समय में Blogging का क्रेज इतना ज्यादा बढ़ गया है कि हर कोई ब्लॉगिंग करके उससे पैसे कमाना चाहता है यही वजह है कि जो लोग ब्लॉगिंग की दुनिया में नए होते हैं या अपना नया ब्लॉग चालू कर रहे होते हैं उन्हें Hosting के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होती है और यही एक कारण है जिसकी वजह से वे कोई गलत Hosting चुन लेते हैं और उन्हें आगे चलकर कई सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

इसलिए आज के इस पोस्ट में मैं आपको बताऊंगा Web hosting in hindi और यह कितने प्रकार की होती है, ताकि आने वाले समय में जब भी आप अपना वेबसाइट बनाएं तब उस वेबसाइट के लिए hosting चुनने में आपको दिक्कत ना हो।

क्या है इंटरनेट ?

मैं जानता हूं कि आप सब यही सोच रहे होंगे कि मैं internet के बारे में क्यों बात कर रहा हूं, पर अगर आप hosting के बारे में जानना चाहते हैं तो आपको सबसे पहले इंटरनेट को समझना पड़ेगा। अगर सरल भाषा में इंटरनेट को समझाओ तो इंटरनेट इस समय दुनिया का सबसे बड़ा interconnected network है। Interconnected शब्द का अर्थ होता है एक ‘दूसरे से जुड़ा हुआ’। जैसा कि आप सब जानते ही होंगे आज के इस समय में पूरी दुनिया में मोबाइल से लेकर कंप्यूटर तक सब एक दूसरे से इंटरनेट के द्वारा ही जुड़े हुए हैं।

उदाहरण के तौर पर आप इस समय जो हमारा यह पोस्ट What is web hosting in hindi पढ़ रहे हैं वह भी इंटरनेट के माध्यम से ही  संभव हो पा रहा है। जब कभी भी आपका या किसी का कंप्यूटर किसी भी पब्लिक नेटवर्क से जुड़ा होता है तो वह कंप्यूटर इंटरनेट का एक हिस्सा बन जाता है जिसे इंटरनेट की भाषा में वेब होस्ट या वेब सर्वर भी कहते हैं।

अब आपके मन में यह सवाल आना लाजमी है कि अगर आपका कंप्यूटर भी एक server है तो फिर दूसरे लोग आपके कंप्यूटर में रखें फाइल्स को क्यों नहीं देख पाते। इसका सरल सा जवाब यह है कि हर मोबाइल और कंप्यूटर की अलग-अलग privacy setting और security setting होती है जिनकी वजह से हर कोई आपके मोबाइल और कंप्यूटर में रखी चीजों को नहीं देख पाता या एक्सेस नहीं कर पाता।

अगर आप अपने मोबाइल या कंप्यूटर मैं से इन सिक्योरिटी और प्राइवेसी सैटिंग्स को हटा देंगे और इन्हें पब्लिक एक्सेस दे देते हैं तो हर कोई आपके मोबाइल और कंप्यूटर में रखे गए कंटेंट्स को आसानी से देख पाएगा। तो चलिए अब जान लेते हैं What is web hosting in hindi ?

वेब होस्टिंग क्या है, What is web hosting in Hindi.

What is web hosting in Hindi – जैसे हर इंसान को रहने के लिए घर की आवश्यकता पड़ती है ठीक उसी तरह इन websites को भी इंटरनेट में रहने के लिए जगह की आवश्यकता पड़ती है। Web hosting इन सारी वेबसाइट को इंटरनेट में जगह देने के लिए सेवा प्रदान करता है। यही वजह है कि हम किसी भी एक व्यक्ति या किसी भी संस्थान की वेबसाइट को एक देश के किसी भी कोने से एक्सेस कर सकते हैं उदाहरण के तौर पर आप इस समय दुनिया के किसी भी कोने में हो सकते हैं पर वहां से भी आप मेरे इस वेबसाइट को एक्सेस कर पा रहे हैं और मेरे वेबसाइट के contents पढ़ पा रहे हैं।

Web hosting की सेवा प्रदान करने के लिए web servers की आवश्यकता होती है जहां पर वेबसाइट के सारे वीडियो, फाइल या कंटेंट इन सर्वर पर स्टोर करके रखे जाए। यह वेब सर्वर कभी बंद नहीं होते हैं और हमेशा इंटरनेट से जुड़े होते हैं। आज के इस समय में web hosting की सुविधा कई सारी कंपनियां प्रदान कर रही है जिसमें से कुछ मुख्य कंपनियां हैं जिन्हें मैंने खुद इस्तेमाल किया है और वह है Bluehost, Godaddy & Hostgator इन कंपनियों को हम वेब होस्ट कंपनियां भी कहते हैं।

जैसे हम हर महीने या हर साल अपने घर का किराया देते हैं ठीक उसी प्रकार जब भी हम अपना नया वेबसाइट बनाते हैं तो उस वेबसाइट के लिए जब हमें web hosting की जरुरत पड़ती है तो उस वेब होस्टिंग को खरीदने के लिए हमें उस कंपनी को किराए के तौर पर पैसे देने पड़ते हैं। वेब होस्टिंग खरीदने के बाद हमें उस कंपनी के सर्वर पर जगह दी जाती है जहां पर हम अपना वेबसाइट बनाते हैं और अपने सारे contents को वहां पर स्टोर करते हैं।

कैसे काम करती है वेब होस्टिंग ?

जब भी कोई वेबसाइट बनाता है तो उसका सबसे पहला लक्ष्य यह होता है कि उसके द्वारा बनाए गए वेबसाइट में जो भी नॉलेज और इंफॉर्मेशन है वह ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचे, यही वजह है की वेबसाइट बनाते समय हमें अपने सारे फाइल्स उस web host कंपनी के सर्वर पर अपलोड करना पड़ता है जिसके बाद यह सारी डिटेल्स इंटरनेट पर सार्वजनिक हो जाती है।

एक बार जब आपकी वेब साइट्स की फाइल web hosting के द्वारा web server पर अपलोड हो जाती है तब उसके बाद कोई भी इंटरनेट यूजर जब अपने मोबाइल या कंप्यूटर के इंटरनेट ब्राउज़र को या वेब ब्राउज़र को ओपन करके आपके डोमेन का नाम टाइप करता है जैसे उदाहरण के लिए हमारे वेबसाइट का डोमेन नेम है www.hindimaster.in इस डोमेन नेम को टाइप करने के बाद इंटरनेट आपके डोमेन नेम को उस वेब सर्वर से जोड़ देता है जहां पर आप की वेबसाइट की फाइल्स पहले से ही store करके रखी गई है, जोड़ने के बाद आपकी वेबसाइट का सारा डाटा या इंफॉर्मेशन उस यूजर की कंप्यूटर तक पहुंच जाता है जहां से यूजर अपनी जरूरत के हिसाब से आपके वेबसाइट के पेज को access करता है और नॉलेज या इंफॉर्मेशन को ग्रहण करता है।

किसी भी वेबसाइट के डोमेन नेम को होस्टिंग से जोड़ने के लिए DNS यानी Domain name system का इस्तेमाल किया जाता है ऐसा करने से डोमेन को इस बात का पता चलता है कि आपके वेबसाइट किस सर्वर पर स्टोर है क्योंकि हर सरवर की DNS अलग होती है।

कहां से खरीदें वेब होस्टिंग ?

आज इस समय पूरे दुनिया में कई सारी ऐसी कंपनी से हैं जो बेहतर से बेहतर web hosting प्रोवाइड करती है। मान लीजिए आप एक वेबसाइट बनाना चाहते हैं और यह चाहते हैं कि आपके सारे विजिटर्स भारत के हो तो आपको भारत के किसी कंपनी से ही होस्टिंग खरीदना बेहतर होगा। क्योंकि आपके वेब होस्टिंग का सर्वर आपके देश से जितना दूर रहेगा आपकी वेबसाइट को लोड होने में या एक्सेस करने में यूजर्स को काफी वक्त लगेगा।

अगर आप भारत में जो कंपनियां हैं जो web hosting की सर्विस प्रोवाइड करती है उनसे अपनी वेबसाइट के लिए वेब होस्टिंग खरीदना चाहते हैं तो आप उस वेब होस्टिंग को अपने क्रेडिट कार्ड या एटीएम कार्ड दोनों से ही खरीद सकते हैं अगर आपके पास कार्ड नहीं है तो आप इंटरनेट बैंकिंग या ऑनलाइन बैंकिंग के द्वारा भी वेब होस्टिंग को खरीद सकते हैं। एक बार जब आप कंपनी को ऑनलाइन पेमेंट कर देते हैं और अपनी वेब होस्टिंग खरीद लेते हैं तब उसके बाद आप बड़े आसानी से अपने डोमेन नेम को उस वेब होस्टिंग के साथ connect कर सकते हैं। यहां पर मैं कुछ कंपनियों के नाम आपको बताना चाहूंगा जो अच्छी वेब होस्टिंग सर्विस प्रोवाइड करते हैं।

बेस्ट वेब होस्टिंग सर्विस प्रोवाइडर
  1. Bluehost
  2. Godaddy
  3. Bigrock
  4. Hostgator India

हमारी वेबसाइट WordPress Blog पर बनी है और खुद वर्डप्रेस कंपनी भी Bluehost कंपनी को recommend करती है इसलिए हमने भी ब्लूहोस्ट कंपनी को चुना इस कंपनी की web hosting पूरी दुनिया में काफी अच्छी मानी जाती है और यह कई सारी tools और facility यूजर को प्रोवाइड करता है जिससे आप अपनी वेबसाइट आसानी से बना सकते हैं।

वेब होस्टिंग खरीदते समय इन बातो का ध्यान रखे

किसी भी कंपनी से वेब होस्टिंग खरीदते समय आपको बहुत सारी चीजों का ध्यान रखना पड़ता है क्योंकि जब भी आप किसी कंपनी से वेब होस्टिंग खरीदेंगे आपको बहुत सारे ऑप्शन दिखाए जाएंगे और आपको उन ऑप्शंस को देखकर ही डिसाइड करना पड़ता है कि कौन सी कंपनी ठीक रहेगी। किसी भी कंपनी से web hosting खरीदने से पहले कुछ चीजों को जान लेना बहुत ही जरूरी होता है जैसे कि –

1. Disc space
2.Up time
3.Customer service
4.Bandwidth

Disc Space

Disc Space का मतलब होता है कि आपने जो hosting खरीदी है उसकी storage capacity कितनी है। जैसे कि मान लीजिए आपने कोई कंप्यूटर खरीदा तो उसके डिस्क स्पेस 500GB या उससे ज्यादा 1 TB की स्पेस होगी उसी तरह जब भी आप होस्टिंग खरीदते हैं तो उसमें भी स्टोरेज स्पेस का ऑप्शन दिया जाता है। हमारी सलाह आपको यही होगी कि जब भी आप अपने वेबसाइट के लिए होस्टिंग खरीदें तो unlimited diskspace वाला ही होस्टिंग खरीदें इससे आपको कभी भी आपकी स्टोरेज फुल होने का खतरा नहीं होगा।

Up Time

Up Time का सरल भाषा में मतलब होता है कि आपकी वेबसाइट कितने समय ऑनलाइन रहती है उसे हम up time कहते हैं, इंटरनेट में कभी-कभी ऐसा भी होता है कि किसी कारण वर्ष आपकी वेबसाइट डाउन हो जाती है या आप की वेबसाइट ओपन नहीं हो पाती उसे हम down time कहते हैं। वैसे तो आजकल हर कंपनियां 99.99% up time देने की गारंटी देती है और कुछ कंपनियां देती भी है।

Customer service

Customer service वैसे तो आजकल हर होस्टिंग कंपनी यही दावा करती है कि वह 24X7 घंटे कस्टमर सर्विस अपने यूजर्स को प्रोवाइड करती है पर ज्यादातर मामलों में ऐसा नहीं होता है। मैंने खुद कई web hosting कंपनियां ट्राई की है पर ज्यादातर कंपनियों से मुझे निराशा ही हाथ लगी है, इसलिए मैं हमेशा दो कंपनियों पर ही भरोसा करता हूं जो है Bluehost और Hostgator। इन दोनों कंपनियों मैं आप किसी भी समय फोन करके या ईमेल करके अपनी परेशानी का समाधान निकाल सकते हैं।

Bandwidth

Bandwidth का सरल भाषा में मतलब होता है कि कोई भी जब आपकी वेबसाइट को कोई यूजर एक्सेस करता है तब एक सेकंड में आपकी वेबसाइट कितने डाटा को एक्सेस कर पाती है उसे हम बैंडविथ कहते हैं, जैसे मान लीजिए आपकी वेबसाइट को कोई यूजर इंटरनेट के माध्यम से एक्सेस कर रहा होता है तब आपका सरवर कुछ डाटा को यूज करके उस इंफॉर्मेशन को उस यूजर के साथ शेयर करता है। अगर आपकी hosting का बैंडविथ कम है और आपके अगर वेबसाइट पर ज्यादा विजिटर आ रहे हैं तब आपकी वेबसाइट डाउन यानी वेबसाइट स्लो होने का भी खतरा है।

वेब होस्टिंग के प्रकार. Types of web hosting in hindi.

हम उम्मीद करते हैं कि आप सब ने यह तो जान लिया होगा कि वेब होस्टिंग क्या है (What is web hosting in hindi) और यह किस तरह काम करती है। अब चलिए जान लेते हैं की web hosting कितने प्रकार के होते हैं। वेब होस्टिंग कई प्रकार के होते हैं पर आज के समय में जो सबसे वेब होस्टिंग्स इस्तेमाल हो रही हैं हम उसके बारे में बात करेंगे। इस समय मूल रूप से चार प्रकार के वेब होस्टिंग इस्तेमाल किए जा रहे हैं जो इस प्रकार है।

1.Shared hosting
2.Virtual private server
3.Dedicated hosting
4.Cloud web hosting

Shared hosting

मान लीजिए अगर हम अपने शहर से बाहर कहीं जॉब करने या पढ़ने के लिए जाते हैं तब हमें उस शहर में रहने के लिए किराए के लिए घर लेना पड़ता है जहां पर कभी-कभी साथ में और भी बहुत सारे लोग एक ही रूम को शेयर करते हैं जिसे हम सरल भाषा में रूम शेयर करना कहते हैं ठीक उसी तरह ये वेब होस्टिंग भी काम करता है।

इसका नाम Shared web hosting इसलिए रखा गया है क्योंकि इस होस्टिंग में एक ही सरवर होता है जहां पर लाखों वेबसाइट्स के फाइल एक ही सरवर कंप्यूटर पर स्टोर रहते हैं।

इस hosting की सबसे बड़ी खासियत यह होती है कि यह होस्टिंग सर्विस बहुत ही सस्ती होती है इसलिए यह उन लोगों के लिए काफी फायदेमंद है जो अभी नया नया वेबसाइट बनाना सीख रहे हैं या जिन्होंने अभी अभी नया वेबसाइट बनाने का सोचा है। इस तरह की share hosting में आपको तब तक कोई परेशानी नहीं होगी जब तक आपका वेबसाइट मशहूर ना हो गया हो और उस पर daily कई सारे विजिटर्स ना आते हैं। क्योंकि अगर आप की वेबसाइट पर ज्यादा विजिटर्सआएंगे तो यह शेयर्ड होस्टिंग उसका लोड नहीं ले पाता है और आपकी वेबसाइट slow हो जाएगी। पर घबराने की जरूरत नहीं है एक बार जब आप की वेबसाइट मशहूर हो जाए और उस पर ढेर सारे विजिटर आने लग जाए तब आप अपनी होस्टिंग चेंज भी कर सकते हैं।

Shared web hosting के फायदे –

  • नए ब्लॉगर्स के लिए बहुत ही अच्छा ऑप्शन होता है।
  • इसका सेटअप बहुत ही सरल होता है और इसमें होस्टिंग का इस्तेमाल करना बहुत ही आसान होता है।
  • इस होस्टिंग की कीमत बहुत ही कम होती है इसलिए इसे मध्यम वर्ग का व्यक्ति भी खरीद सकता है।
  • इसका कंट्रोल पैनल बहुत ही सरल और यूजर फ्रेंडली होता है।

Shared web hosting के नुक्सान –

  • बाकी वेब होस्टिंग के मुकाबले शेयर्ड वेब होस्टिंग की सिक्योरिटी उतनी बेहतर नहीं होती।
  • क्योंकि shared hosting को एक साथ कई लोग इस्तेमाल कर रहे होते हैं इसलिए इसके परफॉर्मेंस पर थोड़ा असर पड़ता है और आपकी वेबसाइट slow हो सकती है।
  • इसमें यूजर्स को बहुत ही लिमिटेड resources ही मिलती है अपनी वेबसाइट पर काम करने के लिए।
  • इस तरह की hosting कंपनियों का कस्टमर सर्विस ज्यादा अच्छा नहीं रहता।
Virtual private server (VPS Hosting)

इस तरह की hosting सर्विस उस होटल के रूम की तरह होती है जिसे आप किराए पर लेते हैं और उस रूम पर सिर्फ आप ही का हक होता है और आपको उस रूम को किसी और के साथ शेयर नहीं करना पड़ता। VPS होस्टिंग में विजुलाइजेशन टेक्नॉलॉजी / visualization technology का उपयोग होता है जिसमें एक सिक्योर सर्वर को कई हिस्सों में डिवाइड करके यूजर को दिया जाता है।

पर VPS hosting के हर एक वर्चुअल सर्वर के लिए अलग-अलग रिसोर्स होता है, जिससे आपके वेबसाइट के लिए जितने भी रिसोर्स की जरूरत हो वह उतना यूज कर सके। इस सरवर को आपको दूसरे किसी अन्य वेबसाइट के साथ शेयर करना नहीं पड़ता इसलिए आपकी वेबसाइट को बेस्ट सिक्योरिटी और परफॉर्मेंस मिलती है।

बाकी होस्टिंग सर्विसेज के मुकाबले इस hosting का खर्च थोड़ा ज्यादा होता है और अक्सर इसे वह कंपनियां इस्तेमाल करती हैं जिनके वेबसाइट में कई सारे विजिटर्स डेली आते हैं, अगर आपको कम पैसों में एक डेडीकेटेड सर्वर जैसा परफॉर्मेंस चाहिए तो आपके लिए VPS hosting बेस्ट है।

VPS hosting के फायदे –

  • इस तरह की होस्टिंग का सिक्योरिटी और इसकी प्राइवेसी सबसे अच्छी होती है।
  • इस तरह की होस्टिंग का परफॉर्मेंस सबसे बेहतर होता है और वेबसाइट भी काफी फास्ट लोड होती है।
  • आपको अपनी होस्टिंग के ऊपर पूरा कंट्रोल रहता है।
  • वीपीएस होस्टिंग में कस्टमर को कई ऑप्शन मिलते हैं और आप अपनी मेमोरी को अपडेट कर सकते हैं और यहां तक कि अपनी बैंडविथ भी बढ़ा सकते हैं।
  • इन सबके अलावा आपको अच्छा सपोर्ट भी प्रदान किया जाता है।

VPS hosting के नुक्सान –

  • इस होस्टिंग में आपको डेडीकेटेड होस्टिंग की तुलना में बहुत ही कम रिसोर्स प्रदान किया जाता है।
  • इसे इस्तेमाल करने के लिए आपके पास टेक्निकल नॉलेज होना बहुत ही जरूरी है।
Dedicated hosting

जैसा कि हमने आपको पहले ही बताया कि Shared web hosting मैं बहुत सारे वेबसाइट एक ही सरवर की जगह को शेयर करते हैं पर Dedicated hosting उसके बिल्कुल विपरीत है उदाहरण के तौर पर मान लीजिए किसी एक व्यक्ति का अपना बहुत बड़ा सा घर है और उस घर में और किसी को रहने की इजाजत नहीं होती उस घर की पूरी जिम्मेदारी और उस पूरे घर पर सिर्फ उसी व्यक्ति का हक होता है dedicated hosting भी कुछ इसी तरह की होस्टिंग है।

इस तरह की hosting में यूजर को जो सरवर दिया जाता है वह सिर्फ उसी का होता है और उसमें सिर्फ उसी एक वेबसाइट की फाइल लिस्ट रहती है। इस वजह से यह सरवर काफी तेज होता है और उसमें अन्य किसी वेबसाइट की कोई फाइल शेयर नहीं होती। इस तरह की होस्टिंग सबसे महंगी होस्टिंग होती है क्यूंकि ऐसी होस्टिंग का पूरा किराया केवल एक ही व्यक्ति को देना पड़ता है।

इस तरह की होस्टिंग सर्विस वह लोग ज्यादा लेना पसंद करते हैं जिनके साइट पर अत्यधिक विजिटर्स daily आते हैं और उन लोगों के लिए भी यह होस्टिंग काफी फायदेमंद है जो अपने साइट से काफी ज्यादा पैसा कमाना चाहते हैं। इस तरह की होस्टिंग का ज्यादातर वह लोग इस्तेमाल करते हैं जो ई-कॉमर्स या न्यूज़ चैनल चलाते हैं जैसे कि Flipkart, Amazon, Aajtak न्यूज़ चैनल, BBC आदि।

Dedicated hosting के फायदे –

  • इस तरह के hosting में क्लाइंट को अपने सर्वर के ऊपर ज्यादा कंट्रोल रहता है जिस वजह से उससे ज्यादा फिर एक फ्लैक्सिबिलिटी मिलती है अपने वेबसाइट के लिए।
  • बाकी होस्टिंग के मुकाबले इसकी सिक्योरिटी ज्यादा बेहतर होती है।
  • इस तरह की hosting में क्लाइंट को फुल administrative access और root access दिया जाता है।
  • यह सबसे ज्यादा स्टेबल होस्टिंग मानी जाती है।

Dedicated hosting के नुक्सान –

  • बाकी hosting की तुलना में यह काफी अधिक महंगे होते हैं।
  • इस तरह की होस्टिंग में क्लाइंट को अपने प्रॉब्लम को खुद ही सॉल्व करना पड़ता है जिसके कारण उन्हें टेक्निशियंस को हायर करके रखना पड़ता है।
Cloud Web hosting

यह एक ऐसा प्होस्टिंग है जो दूसरे क्लस्टर सर्वस / cluster server के रिसोर्सेस का इस्तेमाल करता है यानि cloud hosting का मतलब यह है कि आपकी खुद की वेबसाइट दूसरों के सरवर के वर्जन रिसोर्सेस का इस्तेमाल करती है जिससे आपके वेब होस्टिंग की सभी जरूरते पूरी होती है।

Cloud web hosting के फायदे –

  • इस तरह के hosting में आने वाले हाय ट्रैफिक को बड़े आसानी से हैंडल किया जा सकता है।
  • क्लाउड होस्टिंग में बने वेबसाइट के सर्वर डाउन होने के चांस ना के बराबर होते हैं।

Cloud web hosting के नुक्सान –

  • बाकी वेब होस्टिंग की तुलना में यह होस्टिंग सर्विस थोड़े ज्यादा महंगे होते हैं।
  • इस तरह की क्लाउड होस्टिंग में रूट एक्सेस की सुविधा प्रदान नहीं होती।
Windows vs Linux web hosting in Hindi

जब भी आप किसी कंपनी से वेब होस्टिंग खरीदने के लिए जाते हैं तब आपको वहां पर दो ऑप्शन दिए जाते हैं –

  1. Linux
  2. Windows

क्या कभी आपने यह सोचा है कि इन दोनों में क्या फर्क है वैसे तो आप इन दोनों hosting में से कोई भी वेब होस्टिंग यूज कर सकते हैं पर Linux के मुकाबले windows hosting थोड़ा ज्यादा महंगा पड़ता है क्योंकि linux एक ओपन सोर्स ऑपरेटिंग सिस्टम है इसलिए linux को यूज करने के लिए होस्टिंग कंपनी को किसी और कंपनियों को पैसे नहीं देने पड़ते इसलिए उन्हें Linux होस्टिंग सस्ती पड़ती है।

और वहीं दूसरी तरफ Windows के ऑपरेटिंग सिस्टम को यूज करने के लिए होस्टिंग कंपनियों को windows company को पैसे देने पड़ते हैं इसलिए यह होस्टिंग महंगी पड़ती है पर अगर काम की नजर से देखा जाए तो यह दोनों ही सरवर बहुत ही बढ़िया है।

आज भी ज्यादातर ब्लॉग और वेबसाइट ऐसे हैं जो Linux server पर पर ही बनते हैं क्योंकि ये सस्ता होता है और इसमें windows से ज्यादा फीचर प्रदान किए जाते हैं।

मुझे आशा है आप सब को मेरी यह पोस्ट what is web hosting in hindi जरूर पसंद आई होगी, मेरी हमेशा यही कोशिश रहती है कि मैं अपने रीडर्स को ब्लॉगिंग,कंप्यूटर, जनरल नॉलेज इन सब से जुड़ी हुई जानकारियां प्रदान करता रहूं जिससे उन्हें और किसी दूसरे साइट पर जाकर किसी और का इंटरनेट या आर्टिकल खोजने की जरूरत ना पड़े।

इससे आप सबकी समय की बचत भी होगी और एक ही जगह मैं आपको हर चीज की जानकारियां मिल भी जाएंगे इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद भी अगर आपके मन में किसी भी टॉपिक को लेकर कोई डाउट है या हमारी तरफ से हमारे पोस्ट में कोई गलती हो गई है तो आप निसंकोच होकर हमें कमेंट करके सूचित कर सकते हैं।

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