MBA क्या है, कैसे करे, MBA full form in hindi.

MBA full form in hindi.

MBA ka full form होता है “मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन, master of business administration“. जैसा कि आप नाम से ही समझ गए होंगे कि यह एक पोस्ट ग्रैजुएट डिग्री है जो उन छात्रों और युवाओं के लिए काफी मददगार साबित होती है जो बिजनेस मैनेजमेंट या बिजनेस के क्षेत्र में अपने कैरियर को बनाना चाहते हैं। कैरियर के लिहाज से MBA एक बहुत ही बढ़िया और उम्दा रास्ता है जीवन में सफलता पाने का।

आज के इस दौर में तकरीबन सभी मल्टीनेशनल कंपनियों (MNC) में एमबीए डिग्री धारकों की काफी अधिक मांग है और उन्हें मुंह मांगे सैलरी पर जॉब मिलती है. एमबीए का कोर्स करने के लिए सबसे पहले आपके पास ग्रेजुएशन होना अनिवार्य है उसके बाद ही आप एमबीए के लिए किसी भी कॉलेज में प्रवेश ले सकते हैं।

एक बात का ध्यान हर छात्र और युवाओं को रखना चाहिए जो कोई भी ग्रेजुएशन या पोस्ट ग्रेजुएशन का कोर्स करना है जा रहे हैं वह यह कि किसी भी कोर्स को करने से पहले उस कोर्स की सारी जानकारी और बारीकियों को समझ ले ताकि आपको भविष्य में इस बात की चिंता ना हो कि आपने कोई गलत कैरियर का चयन किया है। अगर आप भी उन छात्रों में से हैं जो भविष्य में एमबीए करना चाहते या उसके बारे में जानना चाहते हैं तो इस पोस्ट को पूरा पढ़े ताकि आपके मन में जो भी एमबीए से जुड़ी शंकाए हैं वह दूर हो जाए.

MBA क्या है, MBA full form in hindi.

जैसा कि मैंने पहले ही कहा MBA full form in hindi होता है मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन। एमबीए के कोर्स को बहुत ही खास और विख्यात कोर्स माना जाता है और यही कारण है कि आजकल हर नौजवान इस कोर्स की तरफ आकर्षित होता जा रहा है।

आइए सबसे पहले यह जान लेते हैं कि एमबीए की शुरुआत कहां पर हुई थी. MBA की शुरुआत अमेरिका में 19वीं सदी में हुई थी जब अमेरिका के भीतर औद्योगिकरण का विस्तार होना शुरू हुआ था.

तब हर कंपनी अपने कंपनी को सुचारू रूप से चलाने के लिए एक अच्छा मैनेजमेंट चाहती थी और यही एकमात्र कारण था कि उस समय एक ऐसे कोर्स की जरूरत वहां के कंपनियों को महसूस होने लगी जिस कोर्स के अंदर छात्रों को बिजनेस मैनेजमेंट के बारे में बारीक गुर सिखाया जा सके और इस तरह जन्म हुआ एमबीए का।

The Warton school वह पहला स्कूल था जिसने MBA पाठ्यक्रम की शुरुआत की थी, पर अगर आज कि समय कि हम बात करें तो एमबीए दुनिया के तकरीबन हर देशों में पढ़ाया जाता है और भारत में भी कई ऐसे बेमिसाल और भरोसेमंद कॉलेजस हैं जहां पर एमबीए का पाठ्यक्रम बहुत ही अच्छे तरीके से कराया जाता है पर आज भी भारत में कई छात्र ऐसे हैं जो भारत की बजाय विदेशों से MBA की डिग्री हासिल करने में रुचि रखते हैं।

MBA कोर्स का महत्व.

हर माता-पिता का सपना होता है कि उसका बेटा या बेटी इंजीनियर या डॉक्टर बने, पर जरूरी नहीं कि हर छात्र सफलतापूर्वक इंजीनियरिंग या डॉक्टर की पढ़ाई पूरी कर सके। कैरियर बनाने के लिए और भी कई सारे ऑप्शन है जिनकी तरफ छात्र जा सकते हैं।

ऐसे ही एक रास्ता है उनका कैरियर बनाने का और वह है एमबीए। MBA एक ऐसा प्रोफेशनल कोर्स है जिसे जो भी छात्र अगर सफलतापूर्वक कर लेता है तो यह मान लीजिए कि उसके लिए आगे चलकर जॉब पाने के कई सारे रास्ते खुल जाते हैं। आपको जानकर शायद आश्चर्य होगा कि जो छात्र सफलतापूर्वक और अच्छे अंको से MBA को पास करते हैं उनकी सैलरी लाखों में होती है और समाज में उनके काम का भी काफी सम्मान किया जाता है।

एमबीए करने के लिए यह जरूरी नहीं है कि कि आप किसी खास स्ट्रीम से ही ग्रेजुएशन पास करें. जो भी छात्र Bcom, Bsc, B.A. या अन्य किसी भी स्ट्रीम से ग्रेजुएशन पास कर चुके हैं वह भी इस कोर्स को आसानी से कर सकते हैं। MBA के कोर्स में छात्रों को बिजनेस से जुड़ी हर बारी जानकारियां दी जाती है और एक अच्छे मैनेजमेंट को सुचारू रूप से चलाने के गुर भी सिखाए जाते हैं।

MBA करने के लिए योग्यता.

अगर आप MBA करना चाहते हैं तो आपका graduate होना अति आवश्यक है और सिर्फ इतना ही नहीं आपके ग्रेजुएशन में भी कम से कम 50% अंक होना अनिवार्य है। पर जो छात्र और युवा किसी भी आरक्षित वर्ग से संबंध रखते हैं उन छात्रों के लिए ग्रेजुएशन के नंबर 45% होने पर भी उनका दाखिला एमबीए में हो सकता है।

जो भी छात्र भविष्य में एमबीए करना चाहते हैं उनके लिए हमारा सुझाव यही रहेगा कि वह 12वीं कक्षा के बाद बीबीए (BBA) कोर्स ज्वाइन करें जिसे Bachelor of Business Administration भी कहा जाता है उसके बाद एमबीए के कोर्स के लिए अप्लाई करें. BBA करने से छात्रों को MBA करने में ज्यादा कठिनाइयों का सामना नहीं करना पड़ेगा।

MBA में दाखिला कैसे लें.

वैसे देखा जाए तो मुख्य रूप से 2 तरीके होते हैं किसी भी कॉलेज में एमबीए के लिए दाखिला लेने के.

पहला होता है वह कॉलेज जहां पर बिना किसी एंट्रेंस एग्जाम के आपको MBA के लिए दाखिला मिल जाता है.

दूसरा तरीका होता है एंट्रेंस एग्जाम पास करके MBA के लिए दाखिला लिया जाए। पर जो छात्र चाहते हैं कि वह किसी भी टॉप के या अच्छे कॉलेज से एमबीए की डिग्री प्राप्त करें उन्हें सबसे पहले एंट्रेंस एग्जाम पास करना अनिवार्य है।

पर जैसा मैंने पहले ही कहा एमबीए के किसी भी एंट्रेंस एग्जाम में भाग लेने के लिए आपके ग्रेजुएशन के मार्क कम से कम 50% होने चाहिए.

MBA के कुछ मुख्य प्रवेश परीक्षा.

  • IIFT – INDIAN INSTITUTE OF FOREIGN TRADE MBA ENTRANCE TEST.
  • CAT – COMMON ENTRANCE TEST.
  • NMIMS – NARSI MONJU MANAGEMENT APTITUDE TEST.
  • XAT – XAVIER ADMISSION TEST.
  • SNAP – SYMBIOSIS NATIONAL APTITUDE TEST.
  • MAT – MANAGEMENT APTITUDE TEST.
  • CMAT – COMMON MANAGEMENT ENTRANCE TEST.

तो यह थे कुछ एमबीएMBA केentrance test जिम में भाग लेकर छात्र एमबीए के लिए कॉलेजों में दाखिला लेते हैं. तो वहीं दूसरी तरफ से छात्रा ऐसे होते हैं जो उन कॉलेजों में दाखिला लेते हैं जहां एंट्रेंस एग्जाम की जरूरत नहीं होती पर दोनों ही तरीकों में आपको सबसे पहले कॉलेज में एप्लीकेशन फॉर्म के लिए अप्लाई करना होता है.

उसे उसके बाद उस फॉर्म को सबमिट भी करना होता है। इस एप्लीकेशन फॉर्म को आप ऑनलाइन भी सबमिट कर सकते हैं। जो भी छात्र बिना एंट्रेंस एग्जाम दिए किसी कॉलेज में MBA के लिए एप्लीकेशन फॉर्म सबमिट कर रहे हैं तो फॉर्म सबमिट करने के कुछ ही दिन बाद उनका नाम मेरिट लिस्ट में आ जाता है उसके बाद उनका दाखिला सफलतापूर्वक उस कॉलेज में हो जाता है।

MBA के प्रकार

तो चलिए अब हम बात करते हैं कि MBA के कितने प्रकार होते हैं और आप किन-किन तरीकों से एमबीए को कर सकते हैं

1 Year MBA – जैसा कि आप नाम से ही समझ गए होंगे इस कोर्स को करने के लिए आपको 1 साल का समय लगता है और यही एक वजह है कि इस कोर्स में स्टूडेंट्स को कम समय में ज्यादा से ज्यादा पढ़ाई करनी होती है ताकि उनका कोर्स कंप्लीट हो सके।

Full time MBA – इस कोर्स को करने में लगने वाला समय 2 साल का होता है और जो भी छात्र फुल टाइम एमबीए का कोर्स करते हैं वह एमबीए के हर सब्जेक्ट को गहराई से समझ पाते हैं।

Executive MBA – इस कोर्स को करने के लिए आप के पास कम से कम 8 से 10 साल का एक्सपीरियंस होना अनिवार्य है नहीं तो आप इस कोर्स में दाखिले नहीं ले सकते हैं, क्योंकि इस कोर्स को वही लोग कर सकते हैं जिनके पास बिजनेस इंडस्ट्रीज या मैनेजमेंट से जुड़ी जानकारी या एक्सपीरियंस पहले से हो।

Modular MBA – यह कोर्स उन छात्रों और युवाओं के लिए काफी मददगार साबित होता है जो चाहते हैं कि वह जल्दी से जल्दी अपना मास्टर डिग्री या MBA की कोर्स को कंप्लीट कर ले।

MBA specialization

जो भी छात्र एमबीए का कोर्स करने के लिए दाखिला लेते हैं उन्हें पहले साल में तो MBA में business field और management की बेसिक जानकारी ही दी जाती है, पर जब छात्र पहली साल को पास करके दूसरे साल में पहुंच जाते हैं तब छात्रो को उनके द्वारा सिलेक्ट किए हुए किसी एक specialized सब्जेक्ट में बारीक़ जानकारी प्रदान की जाती है।

इसलिए एक बात का हमेशा ध्यान रखें कि जो भी छात्र MBA का कोर्स करना चाहते हैं वह पहले से ही स्पेशलाइजेशन फील्ड वाले सब्जेक्ट को ध्यान से देख कर ही सेलेक्ट करें वरना अगर उनको उस सब्जेक्ट में रुचि नहीं हुई तो उनके एमबीए करने का कोई मतलब नहीं रहेगा आप उसी स्पेशलाइज सब्जेक्ट को सेलेक्ट करें जिसकी मार्केट में ज्यादा डिमांड है तभी आपको अच्छी कंपनी में नौकरी मिलेगी और मुंह मांगे सैलरी भी।

अगर आप नहीं जानते हैं कि एमबीए में कौनसे-कौनसे स्पेशलाइजेशन सब्जेक्ट है तो आपकी जानकारी के लिए हम नीचे कुछ एमबीए के सिलेक्टेड specialized सब्जेक्ट के बारे में बताने जा रहे है।

Specialized Subjects in MBA

Finance – जो भी छात्र फाइनेंस के फील्ड में जाना चाहते हैं उन्हें फाइनेंस सब्जेक्ट को सेलेक्ट करना चाहिए क्योंकि इस सब्जेक्ट को में एमबीए करने के बाद छात्र कॉरपोरेट फाइनेंस इंटरनेशनल फाइनेंस इन्वेस्टमेंट बैंकिंग जैसे फील्ड में जा सकते हैं।

International business – आज की डेट में हर कंपनी चाहती है कि उसकी कंपनी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काम करें और यही कारण है कि हर कंपनी ऐसे व्यक्ति की तलाश करती है जिसे इंटरनेशनल बिजनेस की अच्छी समझ और जानकारी हो। International business के मॉड्यूल में छात्रों को अंतरराष्ट्रीय बिजनेस के तौर-तरीकों के बारीकियों को सिखाया जाता है।

Marketing – यह एक ऐसा डिपार्टमेंट है जो तकरीबन हर कंपनी में होता है ताकि कंपनी अपने प्रोडक्ट को मार्केट तक जाकर उसका प्रचार कर सके और नए ग्राहकों को अपने साथ जोड़ सकें मार्केटिंग मॉड्यूल में छात्रों को कंपनी मार्केटिंग के बारे में सिखाया जाता है।

Entrepreneurship – इस मॉड्यूल यह स्पेशलाइजेशन कि आज की डेट में मार्केट में बहुत डिमांड है कि कि किसी भी बिजनेस को स्टार्ट करने के लिए इंटर प्लेयर की जरूरत होती है जो कंपनी को सुचारू रूप से चला कर नई ऊंचाइयों तक पहुंचा सके।

Healthcare management – जैसा कि आप इस के नाम से ही समझ गए होंगे यह स्वास्थ्य और हॉस्पिटल से जुड़ा हुआ स्पेशलाइजेशन है इसमें छात्रों को हॉस्पिटल और अन्य स्वास्थ्य विभागों को सुचारू रूप से कैसे चलाया जाए उसके बारे में सिखाया जाता है अगर कोई छात्र ऐसा है जो हेल्थ सेक्टर में जाकर काम करना चाहता है तो वह इस मॉडल को सेलेक्ट करके अपनी पढ़ाई और एमबीए कंप्लीट कर सकता है।

Career options in MBA.

  • Health care
  • Accounting
  • Sales
  • Marketing
  • Finance
  • Management
  • Human resources

Top Colleges for MBA in India.

MBA Collage City Exam Fees
1 IIM Bangalore: Indian Institute of Management Bangalore CAT, GMAT INR 2,320,000.00
2 IIM Ahmedabad: Indian Institute of Managemen Ahmedabad CAT, GMAT INR 2,320,000.00
3 IIM Calcutta: Indian Institute of Management Kolkata CAT, GMAT INR 2,260,000.00
4 SPJIMR Mumbai: SP Jain Institute of Management and Research Mumbai CAT, GMAT INR 1,750,000.00
5 XLRI Jamshedpur: Xavier School of Managemen Jamshedpur XAT, GMAT INR 2,360,000.00
6 IIM Lucknow: Indian Institute of Management Lucknow CAT, GMAT INR 14,160,000.00
7 FMS New Delhi Faculty of Management Studies New Delhi CAT INR 1,920,000.00
8 Great Lakes Chennai: Great Lakes Institute of Management – GLIM Chennai CAT, XAT, CMAT, GMAT INR 1,586,000.00
Top Colleges for MBA in India

MBA करने के फायदे

हर इंसान का सपना होता है कि उसके पास एक अच्छी नौकरी हो और समाज में अच्छा नाम हो और यह एक अच्छी बात है इसमें कोई बुराई नहीं है. अगर आप भी ऐसे नौजवान और छात्रों में से हैं जो अच्छे भविष्य की कामना करते हैं तो आपको जरूर MBA करना चाहिए क्योंकि आप अगर मन लगाकर एमबीए करते हैं और अच्छे अंक से एमबीए को पास करते हैं तो आपको बड़े-बड़े इंटरनेशनल कंपनियों में आसानी से नौकरी मिल जाती है और आप को सैलरी भी अच्छी खासी दी जाती है और एमबीए करने की जो सबसे अच्छी बात यह है कि आपकी जॉब गारंटी भी रहती है इसलिए आपको भविष्य की चिंता नहीं करनी पड़ती।

MBA की डिग्री एक ऐसी डिग्री है जिस की डिमांड सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि बाहर के देशों में भी ज्यादा है और यह जरूरी नहीं कि अगर आपने भारत से एमबीए किया है तो आप दूसरे देशों में जाकर जॉब नहीं कर सकते. आप MBA करने के बाद विदेशों में भी जाकर आसानी से जॉब कर सकते हैं और आपको भारत की तुलना वहां ज्यादा सैलरी मिलेगी।

अगर आप ऐसी स्थिति में है जहां पर आप ही केवल घर में कमाने वाले हैं जिसके चलते आपने पढ़ाई बीच में छोड़ दी हो तो भी आपको चिंता करने की आवश्यकता नहीं है आप जॉब करते हुए भी पार्ट टाइम MBA कर सकते हैं. आजकल कई सारी यूनिवर्सिटी भारत में ऐसी है जो पार्ट टाइम एमबीए करने के लिए जरूरी साधन मुहैया कराती हैं और आप जॉब में रहकर भी एमबीए की डिग्री आसानी से हासिल कर सकते हैं।

MBA करने के बाद जरूरी नहीं कि आप किसी बिजनेस मैनेजमेंट या बिजनेस से जुड़े काम में ही जाए. एमबीए करने के बाद आप किसी दूसरे कैरियर या क्षेत्र में भी अपना कैरियर बना सकते हैं क्योंकि मैंने जैसे पहले ही कहा MBA पोस्टग्रेजुएट प्रोफेशनल कोर्स माना जाता है जिसे आप सफलतापूर्वक कर लेते हैं तो उसके बाद आप की पोस्ट ग्रेजुएशन पूरी हो जाती है. अब अगर आप चाहे तो भविष्य में एमबीए करने के बाद किसी खास सब्जेक्ट को चुनकर उसमें पीएचडी भी कर सकते हैं उसके बाद किसी बड़े यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर की नौकरी भी कर सकते हैं। (MBA full form in hindi)

Final thoughts

तो यह थी दोस्तों MBA से जुड़े कुछ सवालों के जवाब जैसे MBA full form in hindi, MBA kya hai, MBA kaise kare, MBA करने के फायदे, एमबीए कहां से करें आदि की संपूर्ण जानकारी. मुझे पूरी उम्मीद है कि इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आपके एमबीए से जुड़े हुए सारे सवालों के जवाब मिल गए होंगे पर अगर अभी आपके मन में एमबीए से जुड़े कोई भी सवाल है तो आप निसंकोच होकर हमें कमेंट बॉक्स में अपने सवाल पूछ सकते हैं हम अपने हर पाठकों के सवालों का जवाब जल्द से जल्द देने की कोशिश करेंगे अगर इस पोस्ट को लेकर आपके कुछ सुझाव है तो भी हमें कमेंट करके जरूर बताएं। और आखरी मैं आपसे निवेदन करूंगा कि अगर आपको यह पोस्ट अच्छी लगी हो तो अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया में जरूर शेयर करें।

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